Description
अभिनेता-रंगकर्मी देव फौज़दार का ऐतिहासिक नाटक ‘वीर गोकुला’ भारतीय रंगमंच और इतिहास प्रेमियों के लिए एक प्रेरणादायक कृति है। यह नाटक 17वीं शताब्दी के वीर जाट योद्धा गोकुला के अद्भुत साहस, आत्मबलिदान और जनसंघर्ष की कथा को मंच पर जीवंत करता है। नाटक में जहां मुग़ल सत्ता के दमनकारी शासन के विरुद्ध गोकुला की आवाज़ गूंजती है, वहीं एक किसान-नायक के रूप में उनकी सामाजिक प्रतिबद्धता और सांस्कृतिक जड़ों को भी मजबूती से दर्शाया गया है। ‘वीर गोकुला’ देव फौज़दार की ऐतिहासिक दृष्टि और रंगमंचीय कौशल का सशक्त उदाहरण है।
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