Description
रेणु हुसैन जी की कविताओं में वेदना, संवेदना और समरसता की झलक साफ़ दिखाई देती है। संवेदनशील रेणु की ग़ज़लें प्रेम की भावाभिव्यक्ति से भरपूर हैं। कविताओं की तरह ग़ज़लों में भी प्रेम के संयोग, वियोग, मान-मनुहार आदि कई रूप दर्शनीय हैं। इसके साथ ही ये ग़ज़लें नारी-मन के विभिन्न रंगों को भी छूती हैं। उनकी शायरी की भाषा में बहुत मुलायमियत नफ़ासत है। ग़ज़ल के साथ कहानी लेखन की ओर भी विशेष रुझान है। वे मशहूर राजनेता श्री शाहनवाज़ हुसैन की सहधर्मिणी हैं।
Reviews
There are no reviews yet.