काहें थुथुन सुजवले हउवा अब त आपन मुँहवाँ खोला। मुखिया जी ! कमीसन बोला॥ 2॥ [...]
के हो लिलरा पर छिरकल गुलाल बदरा उठल मनवां में केतनी सवाल बदरा। गइलें [...]
अमराई बउराइलि,कोइली कूंक सुनाय गइल सरहज के मुसुकी का संगही फागुन आय गइल । [...]
अबहिन ले बहुते निबहली , पिया हो! माथे क अँचरा जोगवलीं। अँखियन में लेके [...]